भारत की निकहत ज़रीन ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। उसने दिल्ली में आयोजित फाइनल मैच में वियतनाम की गुयेन थी टैम को हराया। निकहत ज़रीन विश्व चैम्पियनशिप में दो बार स्वर्ण जीतने वाली केवल दूसरी भारतीय महिला मुक्केबाज़ हैं।
दिल्ली में आयोजित महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। निकहत ज़रीन ने 50 किग्रा वर्ग में भारत के लिए तीसरा स्वर्ण पदक जीता। निकहत जरीन ने फाइनल मैच में वियतनाम की गुयेन थी टैम को 5-0 से हराया। निकहत ज़रीन विश्व चैम्पियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली केवल दूसरी भारतीय महिला मुक्केबाज़ हैं।
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पहले दौर में, निकहत ज़रीन ने कुछ अच्छे शॉट लगाए, जबकि टैम ने हिम्मत नहीं हारी और कुछ ठोस अपरकट मारे। इसके बावजूद रेफरी ने निखत के पक्ष में अंक दिए।
दूसरे और तीसरे राउंड में निकहत और टैम दोनों के बीच करीबी मुकाबले हुए। अंतिम दौर में, निखत ने टैम से दूर रहने और उस पर हमला करके जीतने की कोशिश की और बेहतर बचाव भी किया।
निकहत जरीन ने पिछले साल महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। एमसी मैरी कॉम ने रिकॉर्ड 6 बार (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018) इस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। वहीं, सरिता देवी (2006), जेनी आरएल (2006), लेखा केसी (2006), नीतू घनघास (2023) और स्वीटी बूरा (2023) भी भारतीय मुक्केबाज हैं जिन्होंने इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीते हैं।
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