Adi Kailas Yatra : कुमाऊं मंडल विकास निगम यानी की (केएमवीएन) की ओर से चार मई से संचालित आदि कैलास यात्रा शुरू होने जा रही है। मई-जून में होने वाली इस यात्रा पर 20 दल रवाना होंगे। अभी तक इस यात्रा के लिए करीब सौ श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है।
इन सबके बीच एक बहुत अच्छी खबर आई है कि अगर आप आपदा अथवा सड़क खराब होने की वजह से आपकी यात्रा में आठ दिन से ज्यादा का समय लगा तो अतिरिक्त अवधि का खर्च आपको देने की जरुरत नहीं है निगम खुद वहन करेगा।
और इस बार इस यात्रा का खर्च करीब 45 हजार तय है।
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दिल्ली में लगाये होर्डिंग
कोविड के कारण जो यात्रा बंद थी कैलास मानसरोवर यात्रा के बाद अब निगम का पूरा ध्यान इस आदि कैलास यात्रा पर बना हुआ है। इसी कारण से इस यात्रा की ब्रांडिंग के लिए दिल्ली में कई स्थानों पर बड़े बड़े होर्डिंग लगाए गए हैं और इंटरनेट, मीडिया के माध्यम से भी इसका काफी प्रचार किया जा रहा है।
जीएम एपी बाजपेयी ने इस बारे में हमें बताया की इस यात्रा को लेकर अब की बार नियमों में कई बदलाव किये गए है। अभी तक ऐसा होता था की अगर यात्रा अवधि आठ दिन से ज्यादा बढ़ गई तो यात्रियों से अतिरिक्त खर्च लिया जाता था। लेकिन अब इस बार यह अतिरिक्त खर्च निगम खुद ही वहन करेगा। इस यात्रा का पहला दल चार मई को काठगोदाम से रवाना होगा।
इस यात्रा मार्ग के निरीक्षण के लिए आने वाले सप्ताह में निगम का दल रवाना होगा। “रीना जोशी” जो कीपिथौरागढ़ की जिलाधिकारी है वो भी 11 अप्रैल को धारचूला से पतोवन/ गुंजी/ ज्योलिकांग/ नाबीढांग के भ्रमण करने रही हैं।
इस यात्रा के बाद अक्टूबर में 20 दल फिर यात्रा पर जाएंगे। केएमवीएन के साहसिक पर्यटन प्रबंधक “गिरधर सिंह मनराल” के मुताबिक 1994 से शुरू हुई आदि कैलास यात्रा में अभी तक करीब 180 दल भेजे जा चुके हैं, और इनमें करीब चार हजार से ज्यादा शिवभक्त शामिल हैं।
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