MP के रतलाम जिले में आयोजित 13वीं मिस्टर जूनियर बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच तब नयी फ्लैशप्वाइंट बन गई है जब वहां पर हनुमान भगवान की मूर्ति के सामने महिला बॉडी बिल्डर्स बिकिनी में पोज़ देतीं हुई दिखी।
भाजपा पार्टी पर “अश्लीलता फैलाने” और “भारतीय संस्कृति का मजाक उड़ाने” के आरोप लगाते हुए, कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को 4 और 5 मार्च को आयोजित इस प्रतियोगिता स्थल पर ‘गंगा जल’ को छिड़का। इस पार्टी के पुराने कार्यकर्ता भी इस कार्यक्रम स्थल के “शुद्धिकरण” के हिस्से में उन्होंने ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ किया। वहीँ कुछ हिंदू संगठनों ने भी हुई इस घटना पर आपत्ति जताई है।
रतलाम के बीजेपी मेयर प्रह्लाद पटेल ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था, और इसके संरक्षक विधायक चैतन्य कश्यप हैं. पूर्व मेयर तथा कांग्रेस के नेता पारस सकलेचा ने पटेल तथा कश्यप पर इस घटना के वीडियो, सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ही “अभद्रता” दिखाने का आरोप लगाया है।
mp के रतलाम जिले के मेयर की मौजूदगी में लार्ड हनुमान की मूर्ति के सामने इस तरह की अश्लीलता का प्रदर्शन। और इसके साथ ही मुख्यमंत्री जी के जन्मदिन के इस मौके पर अश्लील हरकत की। सनातन संस्कृति को बेचने वाले नेताओं पर शिवराज सिंह चौहान, क्या कार्रवाई होगी? ये मप्र के कांग्रेस नेता भूपेंद्र गुप्ता अगम से पूछा।
मयंक जाट – जिला युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा इसमें शामिल लोगों को लार्ड हनुमान देंगे सजा ।भाजपा प्रवक्ता हितेश बाजपेयी ने इसका पलटवार करते हुए ये दावा किया, कांग्रेस पार्टी महिलाओं को खेलों में अच्छा प्रदर्शन करते नहीं देखना चाहती है, जबकि कुछ कुछ कार्यक्रम के आयोजकों ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए पुलिस को ज्ञापन सौंपा।
अपने द्वारा दिए गए वीडियो बयान में बाजपेयी ने कहा की, ‘कांग्रेस पार्टी महिलाओं को कुश्ती/जिम्नास्टिक या फिर तैराकी में भाग लेते हुए नहीं देख सकते, क्योंकि ऐसा देखकर उनके अंदर का शैतान जाग जाता है. वे खेल के मैदान में महिलाओं को गलत नजर से देखते हैं। क्या उन्हें ऐसा करते शर्म नहीं आती?”
इस के दौरान, एमपी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख कमलनाथ के पीयूष बबेले – मीडिया सलाहकार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से माफी मंगवाने की मांग करते हुए ये आरोप लगाया, जो की रविवार को सीएम के जन्मदिन को चिह्नित करने के लिए आयोजित किया गया था, “हिंदुओं / भगवान हनुमान का अपमान” था।